कोलोराडो: अमेरिका की नई बनाई गई स्पेस आर्मी को पहली तैनाती मिल गई है. अमेरिका की स्पेशल आर्मी अंतरिक्ष में नहीं बल्कि अरब प्रायद्वीप में तैनात हो रही है. अमेरिका के स्पेस फोर्स के के फोर्स के 20 एयरमैन अब कतर के के अल उदायद (Al-Udeid Air Base) एयरबेस पर तैनात हो रहे हैं. अमेरिका से बाहर इनकी पहली तैनाती है.
डोनाल्ड ट्रंप की मौजूदगी में अमेरिकी सेना में शामिल
अमेरिकन सेना में स्पेस एयर फोर्स को छठीं ब्रांच के तौर पर शामिल किया गया है. ये 1947 में अमेरिकन एयरफोर्स की स्थापना के बाद अमेरिकी सेना का पहला विस्तार है. इस स्पेस फोर्स की स्थापना में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) का अहम रोल रहा. उनकी मौजूदगी में ही इसे अमेरिकी सेना में शामिल किया गया था. अमेरिकी स्पेस फोर्स में 16,000 जवान हैं और साल 2021 में इनपर 15.4 बिलियन डॉलर का खर्च आएगा.
भविष्य को देखते हुए तैयार है अमेरिका
अल-उदायद एयर बेस पर स्पेस फोर्स के डायरेक्टर कर्नल टॉड बेंसन (Col. Todd Benson) ने कहा, ‘हम दूसरे देशों को अंतरिक्ष में आक्रामक तौर पर बढ़ते देख रहे हैं. जिससे अंतरिक्ष भी भविष्य में युद्ध का अखाड़ा बन सकता है. ऐसे में अमेरिकी हितों की रक्षा के लिए हम तैयार हैं और किसी भी स्थिति से निपट सकते हैं.
#ICYMI, deployed Airmen transitioned to the USSF ranks on September 1, 2020, at Al Udeid Air Base, Qatar. pic.twitter.com/riMxKdGKx6
— United States Space Force (@SpaceForceDoD) September 20, 2020
ईरान को देखते हुए कतर में तैनाती
ईरान से बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी स्पेस फोर्स की तैनाती बेहद अहम है. अभी भले ही सिर्फ 20 जवान कतर के एयर बेस पर तैनात हैं, लेकिन जल्द ही इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी. जो यहां से सेटेलाइट के माध्यम से दुश्मन की गतिविधियों पर नजर रखेंगे, तो अंतरिक्ष में किसी टकराव की आशंका होने पर वहां भी जवाबी कार्रवाई में सक्षम होंगे. गौरतलब है कि इसी साल गर्मियों में ईरान ने अपना पहला सेटेलाइट अंतरिक्ष में भेजा है. वहीं, इराक में अपने जनरल की मौत का बदला लेने के लिए ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर बैलिस्टिक मिसाइल से भी हमले किए थे.