नई दिल्ली: सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने पाकिस्तान (Pakistan) के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और गिलगित-बाल्टिस्तान (Gilgit-Baltistan) को पाकिस्तान के नक्शे से हटा दिया है, जिसे भारत के लिए दिवाली उपहार कहा जा रहा है. सऊदी अरब का यह कदम पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
बैंक नोट पर प्रदर्शित किया मैप
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सऊदी अरब ने 21-22 नवंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन के आयोजन की अपनी अध्यक्षता के लिए एक 20 रियाल (सऊदी मुद्रा) का एक बैंकनोट जारी किया. इसी बैंक नोट पर प्रदर्शित विश्व मानचित्र में गिलगित-बाल्टिस्तान और कश्मीर को पाकिस्तान के हिस्सों के रूप में नहीं दिखाया गया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि शुरुआत में गिलगित-बाल्टिस्तान और पीओके को दिखाया गया था, लेकिन बाद में हटा दिया गया.
अमजद अयूब मिर्जा ने बताया दिवाली तोहफा
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि सऊदी अरब का कदम पाकिस्तान के लिए किसी अपमान से कम नहीं है. पीओके कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा (Amjad Ayub Mirza) ने इस संबंध में ट्वीट कर ये दावा किया और लिखा गया, ‘भारत के लिए सऊदी अरब का दिवाली तोहफा- पाकिस्तान के नक्शे से गिलगित-बाल्टिस्तान और कश्मीर को हटाया.’
भारत ने जताया था चुनाव कराने का विरोध
भारत सरकार ने गिलगित-बाल्टिस्तान (Gilgit-Baltistan) में पाकिस्तान द्वारा चुनाव कराने के फैसले का कड़ा विरोध जताया था और दोहराया था कि गिलगित-बाल्टिस्तान समेत जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग हैं. भारतीय विदेश मंत्रालय ने सितंबर में कहा था कि 15 नवंबर को होने वाले तथाकथित गिलगित-बाल्टिस्तान विधानसभा के चुनावों के बारे में रिपोर्ट देखी है और इस पर कड़ी आपत्ति जता रहे है.
पाकिस्तान ने भारतीय क्षेत्र को बताया अपना
बता दें कि पाकिस्तान की इमरान खान सरकार (Imran Khan Govt) ने हाल ही में एक नया राजनीतिक नक्शा जारी किया था, जिसमें जूनागढ़, सर क्रीक और गुजरात में मनावादार सहित जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कुछ हिस्सों को अपना बताया था. पाकिस्तान सरकार ने यह कदम नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने एक साल पूरा होने पर उठाया गया था.